श्रीमद््भगवद्गीता

श्रीमद्भगवद्गीता योग और भारतीय दर्शन का मूल ग्रंथ है। महाभारत के महान युद्ध की शुरुआत में ही श्री कृष्ण ने अर्जुन को यह सिखाया था। मुख्य नायक, अर्जुन खुद को एक ऐसी स्थिति में पाता है, जिसमें उसे अपने ही रिश्तेदारों और गुरुओं से लड़ना पड़ता है। दिल टूट गया, वह भगवान श्री कृष्ण से शिक्षा प्राप्त करता है, जो उनके सारथी के रूप में योग के रहस्यों को उजागर करता है। 18 अध्यायों में से प्रत्येक में योग का एक अलग तरीका सिखाया जाता है। अंत में, श्री कृष्ण ने उन्हें धर्म की रक्षा के लिए अपने कर्तव्य युद्ध को कभी नहीं छोड़ने के लिए मना लिया।

डॉ अन्ना रुसीनस्का द्वारा पोलिश अनुवाद को सभी पोलिश अनुवादों में सबसे सटीक माना जाता है। यह न केवल मूल विषय, बल्कि संस्कृत भाषा के प्राकृतिक छंद और माधुर्य को भी सुरक्षित किया। पोलिश भाषा की शैली कुछ परातन काव्यों का गुण धारण करता। पुस्तक का पाठ और भाषान्तरण 16 वीं शताब्दी के भारतीय अद्वैत दार्शनिक आदरणीय श्री मधुसूदन सरस्वती की टिप्पणी के अनुकूल है। यह भारत के आध्यात्मिक ज्ञान के जिज्ञासू और अकादमिक इंडोलॉजिस्ट दोनों के लिए एक अनमोल रत्न है।

आज तक श्रीमद भगवद्गीता के बहुत-से पोलिश अनुवाद प्रकाशित हुए हैं और ये सब भगवद्गीता को समर्पित वेबसाइट (www.bhagavadgita.eu) पर उपलब्ध हैं। चुने हुए पोलिश अनुवादों की तुलना श्रीमती  Alicja Łazowska द्वारा Przegląd Orientalistyczny (प्शेग्लौंद ओरिएंटलिस्टिच्नी / प्राच्यविद्या समीक्षा), अंक ३-४, २००८, पृ १३७-१५२) में की गई थी। लेखिका ने आठ विभिन्न अनुवादों की तुलना की जिनमें से एक डॉ अन्ना रुचिंस्का का भी शामिल है। वहाँ उसने इसकी अनूठी विशेषताओं पर प्रकाश डाला है और इसे कई गुणों की परिप्रेक्ष्य में श्रेष्ठ अनुवाद माना है।श्रीमद्भगवद्गीता योग और भारतीय दर्शन का मूल ग्रंथ है। महाभारत के महान युद्ध की शुरुआत में ही श्री कृष्ण ने अर्जुन को यह सिखाया था। मुख्य नायक, अर्जुन खुद को एक ऐसी स्थिति में पाता है, जिसमें उसे अपने ही रिश्तेदारों और गुरुओं से लड़ना पड़ता है। दिल टूट गया, वह भगवान श्री कृष्ण से शिक्षा प्राप्त करता है, जो उनके सारथी के रूप में योग के रहस्यों को उजागर करता है। 18 अध्यायों में से प्रत्येक में योग का एक अलग तरीका सिखाया जाता है। अंत में, श्री कृष्ण ने उन्हें धर्म की रक्षा के लिए अपने कर्तव्य युद्ध को कभी नहीं छोड़ने के लिए मना लिया।

पुस्तक का विवरण:

शीर्षक: Śrimad Bhagawadgita - Święta Pieśń Pana. W myśl komentarza czcigodnego Madhusudany Saraswatiego odczytana [श्रीमद्भगवद्गीता - श्रीमत् मधुसूदन सरस्वती के अनुसार श्रावित]
मूल शीर्षक: श्रीमद्भगवद्गीता
लेखिका (संस्कृत से अनुवाद और टिप्पणियाँ): अन्ना रुचिंस्का (Anna Rucińska)
पेपरबैक ISBN: 978-83-938477-2-3 (सॉफ्ट कवर), 978-83-938477-7-8 (हार्ड कवर)
प्रकाशक: फाउंडेशन विवस्वान, तीसरा संस्करण 2014
पहला संस्करण: Wydawnictwo Sawitar 2002
मूल्य: 40 PLN (सॉफ्ट कवर), 50 PLN (हार्ड कवर)
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